स्वामी की दादी
यह कहानी आर के नारायण ने लिखी है। यह कहानी उनकी मशहूर किताब मालगुडी डेज से ली गई है।
इस कहानी का मुख्य पात्र एक छोटा लड़का है जिसका नाम है स्वामी। स्वामी की दादी भी साथ में रहती हैं। दादी के रहने की जगह बड़ी संकरी है और बिस्तर के नाम पर उन्हें कुछ दरियाँ, कम्बल और तकिये मिले हुए हैं। दादी के पास एक बक्सा रहता है और एक छोटा बक्सा जिसमें सिक्के और कुछ अन्य सामान रहते हैं।
स्वामी दादी को अपने दोस्त राजम के बारे में बताता है। बीच बीच में दादी उसकी बात सुनते सुनते अपनी ही पुरानी कहानियों में खो जाती हैं। स्वामी बार बार दादी को राजन के किस्से पर लाता है और दादी बार बार कहीं और पहुँच जाती हैं।
आखिर में दादी राजा हरिश्चंद्र की कहानी सुनाती हैं, जिसे सुनते सुनते स्वामी को नींद आ जाती है। उसके बाद दादी भी सो जाती हैं।
कहानी से
प्रश्न 1: “सच? राजम बड़ा बहादुर लड़का है।“ स्वामी को क्यों लगा कि दादी ने यह बात उसे खुश करने के लिए कही?
उत्तर: दादी कभी भी राजम ने नहीं मिली थीं। फिर भी वह कह रही थीं कि राजम बड़ा बहादुर लड़का है। इसलिए स्वामी को लगा कि दादी ने यह बात उसे खुश करने के लिए कही।
प्रश्न 2: मेडल से चूड़ियाँ बनवा लेने पर दादी ने बुआ को महामूर्ख क्यों माना?
उत्तर: मेडल की कीमत उसके बाजार में बिकने वाले दाम से कहीं अधिक होती है। इसलिए मेडल से चूड़ियाँ बनवा लेने पर दादी ने बुआ को महामूर्ख माना।
प्रश्न 3: पाठ के आधार पर दादी या स्वामी के स्वभाव, आदतों आदि के बारे में तुम्हें क्या पता चलता है? किसी एक के बारे में दस बारह वाक्यों में लिखो।
उत्तर: दादी स्नेह और करुणा की मूर्ति हैं। उन्हें अपने पोते स्वामी से बहुत प्यार है। उन्हें बच्चों से बातें करने में अच्छा लगता है। दादी को अपने स्वर्गवासी पति के किस्से सुनाने में बहुत आनंद आता है। बढ़ती उम्र के कारण दादी अक्सर बातों को गड्डमड्ड कर देती हैं। कभी कभार वे कई बातें भूल भी जाती हैं। दादी को लौंग इलायची खाने की आदत है। दादी सादा जीवन जीती हैं। वह अक्सर अपने बीते दिनों कि याद में चली जाती हैं।
तुम्हारी समझ से
प्रश्न 1: स्वामी ने राजम को ‘ऊँची चीज’ माना। क्या तुम स्वामी की राय से सहमत हो? अपने उत्तर के कारण लिखो?
उत्तर: राजम के पिता पुलिस में बड़े अधिकारी थे। इसलिए राजम उसे ऊँची चीज मानता था। राजम के पिता ऊँची चीज हो सकते हैं लेकिन राजम तो अभी बस बच्चा है। इसलिए मैं स्वामी की राय से सहमत नहीं हूँ।
प्रश्न 2: स्वामी का अपनी दादी के साथ कैसा रिश्ता था? तीन चार वाक्यों में लिखो।
उत्तर: स्वामी और दादी के बीच दोस्त जैसा रिश्ता था। स्वामी को दादी के साथ बातें करने में अच्छा लगता था। दादी के पास वह सुकून महसूस करता था।
कहानी और तुम
प्रश्न 1: स्वामीनाथन के दादा रौबदार सब-मजिस्ट्रेट थे। किसी व्यक्ति का रौब किन बातों से पता चलता है? क्या तुम्हारे आसपास कोई रौबदार व्यक्ति है? शब्दों के जरिए उसका खाका खींचो।
उत्तर: किसी व्यक्ति का रौब उसकी कद काठी, भारी आवाज, मूँछें, चलने की शैली, आदि से पता चलता है। मेरे पड़ोस में एक रिटायर कर्नल रहते हैं। वे ऊँचे कद के हैं। उनकी मूँछें गनी और रौबीली हैं। उनकी आवाज बहुत भारी है।
प्रश्न 2: स्वामीनाथन दादी के पास बहुत प्रसन्न और सुरक्षित महसूस कर रहा था। तुम कब असुरक्षित महसूस करते हो?
उत्तर: जब मैं किसी अनजान जगह पर रहता हूँ तो अपने आप को असुरक्षित महसूस करता हूँ।
प्रश्न 3: तुम इन हालात में कैसा महसूस करते हो?
(a) दोस्त के घर में
उत्तर: सुरक्षित
(b) जब तुम पहली बार किसी के घर जाते हो
उत्तर: असुरक्षित
(c) रेलगाड़ी या बस के किसी सफर पर
उत्तर: असुरक्षित
(d) जब तुम मुखाध्यापक के कमरे में जाते हो
उत्तर: असुरक्षित
दादी का बक्सा
उसकी (दादी) का सामान था – पाँच दरियाँ, तीन चादरें ...........लकड़ी का एक छोटा बक्सा जिसमें ताँबे के सिक्के, इलायची, लौंग और सुपारी पड़े रहते थे।
प्रश्न 1: दादी अपने बक्से में इलायची, लौंग और सुपारी क्यों रखती होंगी?
उत्तर: दादी को इन चीजों को चबाने की लत रही होगी। यह भी हो सकता है कि ये सब चीजें आगंतुक के लिए हों।
प्रश्न 2: क्या तुम्हारे घर में इनका इस्तेमाल होता है? किस किस तरह से होता है?
उत्तर: मेरे घर में इलायची और लौंग का इस्तेमाल मसालों के रूप में होता है। सुपारी का इस्तेमाल पूजा पाठ में होता है।
प्रश्न 3: ताँबे के सिक्के बनाने के लिए किस किस धातु का इस्तेमाल होता है?
उत्तर: ताँबा, मैगनीज, जस्ता और निकेल
प्रश्न 4: सिक्के कौन कौन सी धातु के बने हो सकते हैं?
उत्तर: सोना, चाँदी, ताँबा, लोहा, आदि
शब्दों की बात
इन शब्दों का वाक्यों में प्रयोग करो
ऊलजलूल, चेतावनी, रूखा, मिठास, खूँखार, समर्थन
उत्तर:
- मुझे तुम्हारी ऊलजलूल बातें नहीं सुननी हैं।
- पुलिस ने चोर को आखिरि चेतावनी दी।
- मजदूर को रूखा सूखा भोजन मिलता है।
- शहद की मिठास कमाल की होती है।
- गब्बर सिंह एक खूँखार डाकू है।
- सभी पंचों ने सरपंच का समर्थन किया।
नीचे कहानी से कुछ वाक्यों के अंश दिए गए हैं। इनमें आखिरी शब्दों का लिंग पहचानो
(a) पुलिस की वर्दी
उत्तर: स्त्रीलिंग
(b) काफी बड़ा दफ्तर
उत्तर: पुल्लिंग
(c) ताँबे के सिक्के
उत्तर: उभयलिंग
(d) अपने सारे सामान
उत्तर: उभयलिंग
(e) दसवाँ हिस्सा
उत्तर: पुल्लिंग
(f) उस जैसा महामूर्ख
उत्तर: पुल्लिंग