आदमीनामा
नजीर अकबराबादी
NCERT Solution
Part 2
निम्नलिखित अंशों की व्याख्या कीजिए:
Question 1: दुनिया में बादशाह है सो है वह भी आदमी,
और मुफलिस-ओ-गदा है सो है वो भी आदमी
उत्तर: चाहे राजा हो या प्रजा; दोनों आदमी ही हैं। राजा किसी पेड़ से नहीं टपकता है बल्कि आदमी में से ही कोई राजा बनता है।
Question 2: अशराफ और कमीने से ले शाह ता वजीर,
ये आदमी ही करते हैं सब कारे दिलपजीर
उत्तर: शरीफ से लेकर कमीने तक और शाह से लेकर वजीर तक; सभी आदमी ही हैं। कोई आदमी ही किसी के दिल को खुश करने वाला काम करता है। आदमी हर वर्ग के होते हैं और हर फितरत के होते हैं।
निम्नलिखित में अभिव्यक्त व्यंग्य को स्पष्ट कीजिए:
Question 1: पढ़ते हैं आदमी ही कुरआन और नमाज यां
और आदमी ही उनकी चुराते हैं जूतियाँ
जो उनको ताड़ता है सो है वो भी आदमी
उत्तर: पाप करने वाला भी आदमी है और पुण्य करने वाला भी आदमी है। कुछ लोग भक्तिभाव में इतने लिप्त होते हैं कि मस्जिद में इबारत करने जाते हैं या मंदिर में पूजा करने जाते हैं। कुछ लोगों को उनकी भक्ति से कोई लेना देना नहीं होता बल्कि वे मंदिर या मस्जिद के बाहर से जूते चुराने के काम में लगे रहते हैं। जहाँ एक तरफ धर्म की रोशनी होती है वहीं उसकी ओट में पाप भी पलता रहता है।
Question 2: पगड़ी भी आदमी की उतारे है आदमी
चिल्ला के आदमी को पुकारे है आदमी
और सुनके दौड़ता है सो है वो भी आदमी
उत्तर: किसी की इज्जत लेने वाला भी आदमी है। किसी को मदद के लिए पुकारने वाला भी आदमी है और उसकी पुकार पर दौड़कर आनेवाला भी आदमी है। इसी दुनिया में कुछ ऐसे लोग मिल जाएँगे जो दूसरे की इज्जत उतार लेते हैं, तो कुछ ऐसे लोग भी मिल जाएँगे जो किसी की मान मर्यादा रखने में कोई कसर नहीं छोड़ते।