9 हिंदी स्पर्श


शुक्रतारे के समान

स्वामी आनंद

NCERT Solution

Part 2

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 50-60 शब्दों में लिखिए:

Question 1: पंजाब में फौजी शासन ने क्या कहर बरसाया?

उत्तर: पंजाब में फौजी शासन ने तरह तरह के कहर बरसाए। पंजाब के अधिकतर नेताओं को गिरफ्तार करके कालेपानी की सजा दी गई। ‘ट्रिब्यून के संपादक श्री कालीनाथ राय को 10 साल के लिए जेल भेज दिया गया।

Question 2: महादेव जी के किन गुणों ने उन्हें सबका लाड़ला बना दिया था?

उत्तर: महादेव जी अपने काम को बड़े लगन से करते थे। उनके सुलेख का कोई सानी न था। उनकी लिखावट बहुत तेज होते हुए भी त्रुटिहीन होती थी। वे गांधीजी की सेवा एक पक्के सेक्रेटरी की तरह करते थे। इसलिए वे सबके लाड़ले बन गये थे।

Question 3: महादेव जी की लिखावट की क्या विशेषताएँ थीं?

उत्तर: महादेव की लिखाई का पूरे भारत में कोई जोड़ नहीं था। गांधीजी के जो पत्र वाइसराय के नाम से होते थे वे महादेव की लिखावट में होते थे। वाइसराय भी उनकी लिखाई के कायल थे। उनकी लिखावट पढ़ने वाले को मंत्रमुग्ध कर देती थी।

निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए:

Question 1: अपना परिचय उनके ‘पीर बावर्ची भिश्ती खर’ के रूप में देने में वे गौरवांवित महसूस करते थे।

उत्तर: महादेव भाई अहम से सदा दूर रहते थे। गांधीजी जैसी महान शख्सियत के निकट रहते हुए भी उन्हें इसका कोई गुमान न था। वे तो अपने आप को गांधीजी का ‘पीर बावर्ची भिश्ती खर’ मानते थे। मतलब वे गांधीजी के बड़े से बड़े और छोटे से छोटे काम को बड़े आनंद से करते थे।

Question 2: इस पेशे में आमतौर पर स्याह को सफेद और सफेद को स्याह करना होता था।

उत्तर: वकालत एक ऐसा पेशा है जहाँ गलत को सही और सही को गलत साबित किया जाता है। किसी भी वकील की वकालत तब चलती है जब वह अपने मुवक्किल के लिए मुकदमा जीतता है; चाहे उसका मुवक्किल दोषी ही क्यों न हो।

Question 3: देश और दुनिया को मुग्ध करके शुक्रतारे की तरह ही अचानक अस्त हो गए।

उत्तर: शुक्र ग्रह को सुबह या संध्या का तारा भी कहते हैं क्योंकि यह सुबह या शाम को ही नजर आता है और थोड़ी ही देर में अस्ताचल को चला जाता है। रात के आकाश में यह चाँद के बाद दूसरी सबसे चमकदार वस्तु होती है। महादेव भाई भी आजादी की लड़ाई की प्रथम बेला में पटल पर आये थे। उन्होंने कम समय में ही सबका मनमोह लिया और फिर अचानक ही इस दुनिया से चले गये।

Question 4: उन पत्रों को देख-देखकर दिल्ली और शिमला में बैठे वाइसराय लंबी साँस-उसाँस लेते रहते थे।

उत्तर: महादेव भाई की लेखन कला के सब कायल थे। गांधीजी के वाइसराय के नाम पत्र महादेव द्वारा लिखे जाते थे। वाइसराय उस सुंदर लेखन को देखकर मोहित हो जाते थे और उन जैसे हीरे के अपने पास न होने का अफसोस भी करते थे।