गिल्लू
महादेवी वर्मा
NCERT Solution
Part 2
प्रश्न 6: गिल्लू किन अर्थों में परिचारिका की भूमिका निभा रहा था?
उत्तर: जब लेखिका बीमार पड़ीं तो गिल्लू उनके सिर के पास बैठा रहता था। वह अपने नन्हे पंजों से लेखिका के सिर और बाल को सहलाता रहता था। इस तरह से वह किसी परिचारिका की भूमिका निभा रहा था।
प्रश्न 7: गिल्लू कि किन चेष्टाओं से यह आभास मिलने लगा था कि अब उसका अंत समय समीप है?
उत्तर: गिल्लू ने दिन भर कुछ नहीं खाया था। रात में वह बहुत तकलीफ में लग रहा था। उसके बावजूद वह अपने झूले से उतरकर लेखिका के पास आ गया। गिल्लू ने अपने ठंडे पंजों से लेखिका कि अंगुली पकड़ ली और उनके हाथ से चिपक गया। इससे लेखिका को लगने लगा कि गिल्लू का अंत समय समीप ही था।
प्रश्न 8: ‘प्रभात की प्रथम किरण के स्पर्श के साथ ही वह किसी और जीवन में जागने के लिए सो गया’ – का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: सुबह की पहली किरण निकलते ही गिल्लू के प्राण पखेरू उड़ गये। इस पंक्ति में लेखिका ने पुनर्जन्म की मान्यता को स्वीकार किया है। लेखिका को लगता है कि गिल्लू अपने अगले जन्म में किसी अन्य प्राणी के रूप में जन्म लेगा।
प्रश्न 9: सोनजूही की लता के नीचे बनी गिल्लू की समाधि से लेखिका के मन में किस विश्वास का जन्म होता है?
उत्तर: लेखिका को लगता है कि गिल्लू अपने अगले जन्म में सोनजूही के पीले फूल के रूप में आयेगा।