स्पर्श 10 हिंदी


गिरगिट

अंतोन चेखव

NCERT Exercise

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक दो पंक्तियों में दीजिए:

प्रश्न 1: काठगोदाम के पास भीड़ क्यों इकट्ठी हो गई थी।

उत्तर: काठगोदाम के पास किसी को कुत्ते ने काट लिया था। वह आदमी उस कुत्ते को पकड़ कर चिल्ला रहा था। उसे देखने के लिए वहाँ पर भीड़ इकट्ठी हो गई थी।

प्रश्न 2: उँगली ठीक न होने की स्थिति में ख्यूक्रिन का नुकसान क्यों होता?

उत्तर: उँगली ठीक न होने से ख्यूक्रिन का कामकाज कई दिनों के लिए रुक जाता। इससे उसकी आजीविका पर असर पड़ता।

प्रश्न 3: कुत्ता क्यों किकिया रहा था?

उत्तर: कुत्ते की नाक पर शायद चोट आई थी। दर्द और भय के कारण वह किकिया रहा था।

प्रश्न 4: बाजार के चौराहे पर खामोशी क्यों थी?

उत्तर: उस इलाके में सरकारी मुलाजिमों का बहुत खौफ था। लोग उनकी तानशाही से डरते थे। इसलिए वहाँ पर सन्नाटा था।

प्रश्न 5: जनरल साहब के बावर्ची ने कुत्ते के बारे में क्या बताया?

उत्तर: जनरल साहब के बावर्ची ने बताया कि जनरल साहब किसी दूसरे नस्ल के कुत्ते के शौकीन थे। उसने ये भी बताया कि वह कुत्ता जनरल साहब के भाई का था।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर २५ – ३० शब्दों में लिखिए:

प्रश्न 6: ख्यूक्रिन ने मुआवजा पाने की क्या दलील दी?

उत्तर: ख्यूक्रिन एक सोनार था। उसका कहना था कि उसका काम पेचीदा किस्म का है जिसमें उसकी उँगलियों की दक्षता ही काम आती है। उसका कहना था कि कम से कम एक हफ्ते तक तो उसका काम रुक जाएगा इसलिए उसे मुआवजा मिलना ही चाहिए।

प्रश्न 7: ख्यूक्रिन ने ओचुमेलॉव को उँगली ऊपर उठाने का क्या कारण बताया?

उत्तर: ख्यूक्रिन ने बताया कि कुत्ते ने उसकी उँगली में काट लिया था। इसलिए वह उँगली को ऊपर उठाए हुए था ताकि लोगों को दिखा सके कि उसके साथ क्या हुआ था।

प्रश्न 8: येल्दीरीन ने ख्यूक्रिन को दोषी ठहराते हुए क्या कहा?

उत्तर: येल्दीरीन ने कहा कि वह जानती थी कि ख्यूक्रिन हमेशा कोई न कोई शरारत किया करता था। उसने बताया कि ख्यूक्रिन ने जरूर जलती सिगरेट से उस कुत्ते की नाक जला दी होगी।

प्रश्न 9: ओचुमेलॉव ने जनरल साहब के पास यह संदेश क्यों भिजवाया होगा कि ‘उनसे कहना कि यह मुझे मिला और मैंने इसे वापस उनके पास भेजा है?

उत्तर: ओचुमेलॉव किसी पक्के चापलूस की तरह व्यवहार कर रहा था। वह जनरल साहब के मन में अपनी छाप छोड़ना चाहता था कि वह उनका कितना खयाल रखता था। इसलिए उसने जनरल साहब के पास यह संदेश भिजवाया था।

प्रश्न 10: भीड़ ख्यूक्रिन पर क्यों हँसने लगती है?

उत्तर: भीड़ ख्यूक्रिन की असहाय स्थिति देखकर हँसने लगती है। भीड़ को जब यह पता चल जाता है कि कुत्ता किसका है तो वह समझ जाती है कि ख्यूक्रिन को न्याय नहीं मिलने वाला है। भीड़ एक तरह से ख्यूक्रिन की बदकिस्मती पर हँसती है कि उसे काटा भी तो जनरल साहब के भाई के कुत्ते ने।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर ५० – ६० शब्दों में लिखिए:

प्रश्न 11: किसी कील-वील से उँगली छील ली होगी; ऐसा ओचुमेलॉव ने क्यों कहा?

उत्तर: जब ओचुमेलॉव को ऐसा लगा कि वह कुत्ता जनरल साहब का था तो उसने सारा दोष ख्यूक्रिन पर थोपने की कोशिश की। जहाँ पर अफसरों और शासक वर्ग की तानाशाही चलती है वहाँ अकसर ऐसा देखा जाता है। यदि कोई समर्थ व्यक्ति अपराध करे तो उसे सजा नहीं होती। बदले में किसी कमजोर को दोषी साबित करने की कोशिश की जाती है।

प्रश्न 12: ओचुमेलॉव के चरित्र की विशेषताओं को अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर: ओचुमेलॉव उस तरह का अफसर है जिसके रग रग में भ्रष्टाचार भरा हुआ है। उसे पता है कि किसकी चापलूसी की जाए और किसके साथ ज्यादती की जाए। उसका अपना विवेक मर चुका है। वह तो केवल अपने आकाओं के हित की रक्षा के लिए काम करना जानता है।

प्रश्न 13: यह जानने के बाद कि कुत्ता जनरल साहब के भाई का है; ओचुमेलॉव के विचारों में क्या परिवर्तन आया और क्यों?

उत्तर: यह जानने के बाद कि कुत्ता जनरल साहब के भाई का है, ओचुमेलॉव के विचारों में जबरदस्त परिवर्तन आया। जो आदमी पहले उस कुत्ते को मार ही देना चाहता था वही आदमी अब बाइज्जत उस कुत्ते को जनरल साहब के पास पहुँचाना चाहता था। उसे पता था कि जनरल साहब की चापलूसी करने से उसे उसकी नौकरी बचाने में और तरक्की करने में मदद मिल सकती थी।

प्रश्न 14: ख्यूक्रिन का यह कथन कि ‘मेरा एक भाई भी पुलिस में है ..।“ समाज की किस वास्तविकता की ओर संकेत करता है?

उत्तर: ऐसा हम अपने देश में अक्सर देखते हैं। हर आदमी किसी न किसी नौकरशाह या किसी राजनीतिज्ञ से रिश्ते की दुहाई देता है। यह हमारी सामंतवादी मानसिकता का परिचायक है। जब किसी को ट्राफिक पुलिस नियम तोड़ते हुए पकड़ लेती है तो आदमी किसी सत्ताधारी व्यक्ति की दुहाई देकर बचने की कोशिश करता है।

प्रश्न 15: इस कहानी का शीर्षक ‘गिरगिट’ क्यों रखा होगा? क्या आप इस कहानी के लिए कोई अन्य शीर्षक सुझा सकते हैं? अपने शीर्षक का आधार भी स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: इस कहानी में सरकारी अधिकारी गिरगिट की तरह रंग बदलता है। इसलिए इस कहानी का शीर्षक ‘गिरगिट’ रखा गया है। इस कहानी का एक और शीर्षक हो सकता है ‘बेपेंदे का लोटा’। यह पद ऐसे व्यक्ति के लिए इस्तेमाल होता है जो हर पल पाला बदलता है।

प्रश्न 16: ‘गिरगिट’ कहानी के माध्यम से समाज की किन वसंगतियों पर व्यंग्य किया गया है? क्या आप ऐसी विसंगतियाँ अपने समाज में भी देखते हैं? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: यह कहानी समाज में सत्ताधारी लोगों द्वारा कमजोर लोगों के दमन के बारे में है। ऐसी विसंगतियाँ हमारे समाज में भी है। उदाहरण के लिए जल बोर्ड के अधिकारी के घर में पानी बिना मतलब बहता रहता है। वहीं बगल की झोपड़पट्टी में रहने वालों को एक बूँद पानी नहीं नसीब होता है।

निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए:

प्रश्न 17: उसकी आँसुओं से सनी आँखों में संकट और आतंक की गहरी छाप थी।

उत्तर: वह कुत्ता दर्द और भय के मारे आतंकित था। वह जैसे उतनी बड़ी भीड़ को देखकर अपने प्राणों की भीख माँग रहा था।

प्रश्न 18: कानून सम्मत तो यही है ….. कि सब लोग बराबर हैं।

उत्तर: ख्यूक्रिन अपनी दलील दे रहा है कि उसके केस में कानून के हिसाब से कार्रवाई होनी चाहिए। वह साथ में ओचुमेलॉव की चापलूसी भी कर रहा है ताकि उसे न्याय मिल सके।

प्रश्न 19: हुजूर! यह तो जनशांति भंग हो जाने जैसा कुछ दीख रहा है।

उत्तर: सिपाही ने भाँप लिया कि वहाँ पर कुछ गड़बड़ थी। वह वहाँ पर जाकर अपनी दादागिरी का मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहता था।