10 नागरिक शास्त्र


राजनीतिक पार्टी

NCERT Abhyas

प्रश्न 1. लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की विभिन्न भूमिकाओं की चर्चा करें।

उत्तर: राजनीतिक दलों की निम्न भूमिका होती है:

प्रश्न 2. राजनीतिक दलों के सामने क्या चुनौतियाँ हैं?

उत्तर: राजनीतिक दलों के सामने विभिन्न चुनौतियाँ निम्नलिखित हैं:

प्रश्न 3. राजनीतिक दल अपना कामकाज बेहतर ढ़ंग से करें, इसके लिए उन्हें मजबूत बनाने के कुछ सुझाव दें।

उत्तर: राजनीतिक दल के बेहतर कामकाज और मजबूती के लिए कुछ सुझाव निम्नलिखित हैं:

प्रश्न 4. राजनीतिक दल का क्या अर्थ होता है?

उत्तर: वैसा समूह जिसका निर्माण चुनाव लड़ने और सरकार बनाने के उद्देश्य से हुआ है, राजनीतिक पार्टी कहलाता है।

प्रश्न 5. किसी भी राजनीतिक दल के क्या गुण होते हैं?

उत्तर: अलग-अलग राजनीतिक पार्टियाँ हमारे समाज के मूलभूत राजनैतिक विभाजन का प्रतिबिंब होती हैं। राजनैतिक पार्टी समाज के किसी खास हिस्से (पार्ट) का प्रतिनिधित्व करती है, इसलिए इसमें पार्टिजनशिप की बात आती है। राजनीतिक पार्टी की पहचान इस बात से बनती है कि वह समाज के किस हिस्से की बात करती है, किन नीतियों का समर्थन करती है और किनके हितों की बात करती है।

प्रश्न 6. चुनाव लड़ने और सरकार में सत्ता सँभालने के लिए एकजुट हुए लोगों के समूह को ..................कहते हैं।

उत्तर: राजनीतिक दल

प्रश्न 7. सूची 1 और सूची 2 का मिलान करें:

सूची 1सूची 2
1. कांग्रेस पार्टी(a) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन
2. भारतीय जनता पार्टी(b) प्रांतीय दल
3. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)(c) संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन
4. तेलुगुदेशम पार्टी(d) वाम मोर्चा

उत्तर: 1 - c, 2 - a, 3 - d, 4 - b

प्रश्न 8. इनमें से कौन बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक हैं?

  1. कांशीराम
  2. साहू महाराज
  3. बी. आर. अंबेडकर
  4. ज्योतिबा फूले

उत्तर: (a) कांशीराम

प्रश्न 9. भारतीय जनता पार्टी का मुख्य प्रेरक सिद्धांत क्या है?

  1. बहुजन समाज
  2. क्रांतिकारी लोकतंत्र
  3. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद
  4. आधुनिकता

उत्तर: (c) सांस्कृतिक राष्ट्रवाद

प्रश्न 10. पार्टियों के बारे में निम्नलिखित कथनों पर गौर करें:

  1. राजनीतिक दलों पर लोगों का ज्यादा भरोसा नहीं है।
  2. दलों में अक्सर बड़े नेताओं के घोटालों की गूँज सुनाई देती है।
  3. सरकार चलाने के लिए पार्टियों का होना जरूरी नहीं।

इन कथनों में से कौन सही है?

उत्तर: a और b

प्रश्न 11. निम्नलिखित उद्धरण को पढ़ें और नीचे दिए गए प्रश्नों का जवाब दें:

मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री हैं। गरीबों के आर्थिक और सामाजिक विकास के प्रयासों के लिए उन्हें अनेक अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं। उन्हें और उनके द्वारा स्थापित ग्रामीण बैंक को संयुक्त रूप से वर्ष 2006 का नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया। फरवरी 2007 में उन्होंने एक राजनीतिक दल बनाने और संसदीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। उनका उद्देश्य सही नेतृत्व को उभारना, अच्छा शासन देना और नए बांग्लादेश का निर्माण करना है। उन्हें लगता है कि पारंपरिक दलों से अलग एक नए राजनीतिक दल से ही नई राजनीतिक संस्कृति पैदा हो सकती है। उनका दल निचले स्तर से लेकर ऊपर तक लोकतांत्रिक होगा।

नागरिक शक्ति नामक इस नये दल के गठन से बांग्लादेश में हलचल मच गई है। उनके फैसले को काफी लोगों ने पसंद किया तो अनेक को यह अच्छा नहीं लगा। एक सरकारी अधिकारी शाहेदुल इस्लाम ने कहा, “मुझे लगता है कि अब बांग्लादेश में अच्छे और बुरे के बीच चुनाव करना संभव हो गया है। अब एक अच्छी सरकार की उम्मीद की जा सकती है। यह सरकार न केवल भ्रष्टाचार से दूर रहेगी बल्कि भ्रष्टाचार और काले धन की समाप्ति को भी अपनी प्राथमिकता बनाएगी।“

पर दशकों से मुल्क की राजनीति में रुतबा रखने वाले पुराने दलों के नेताओं में संशय है। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के एक बड़े नेता का कहना है, “नोबेल पुरस्कार जीतने पर क्या बहस हो सकती है पर राजनीति एकदम अलग चीज है। एकदम चुनौती भरी और अक्सर विवादास्पद।“ कुछ अन्य लोगों का स्वर तो और कड़ा था। वे उनके राजनीति में आने पर सवाल उठाने लगे। एक राजनीतिक प्रेक्षक ने कहा, “देश से बाहर की ताकतें उन्हें राजनीति पर थोप रही हैं।“

क्या आपको लगता है कि यूनुस ने नई राजनीतिक पार्टी बनाकर ठीक किया?

क्या आप विभिन्न लोगों द्वारा जारी बयानों और अंदेशों से सहमत हैं? इस पार्टी को दूसरों से अलग काम करने के लिए खुद को किस तरह संगठित करना चाहिए? अगर आप इस राजनीतिक दल के संस्थापकों में एक होते तो इसके पक्ष में क्या दलील देते?

उत्तर: मोहम्मद यूनुस ने नई राजनीतिक पार्टी बनाकर सही काम किया। सरकारी अधिकारी का बयान बिलकुल सही है। एक बड़े नेता का बयान आंशिक रूप से सही है। दूसरे नेता का बयान उनकी हताशा को दर्शाता है। आज अच्छे लोग राजनीति से दूर ही रहना चाहते हैं। जब तक अच्छे लोग राजनीति में नहीं आयेंगे, राजनीति में सुधार नहीं होगा। मोहम्मद यूनुस को चाहिए कि अपनी पार्टी में साफ छवि वाले लोगों और बुद्धिजीवियों को शामिल करें। उन्हें अपनी पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र को मजबूत करने की कोशिश करनी चाहिए।