जंगल बुक पार्ट 2

बंदरों की बात

हिंदी अनुवाद

अजय आनंद

मोगली तो बघीरा का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए बघीरा के बाल खींच रहा था और उसपर उछल कूद रहा था। जब बघीरा और बलू ने उसकी ओर ध्यान दिया तो मोगली जोर से चिल्ला कर बोल रहा था, एक दिन मेरा भी अपना झुण्ड होगा और मैं उसे पूरे दिन इन डालियों की सैर कराउँगा।


Jungle Scene

बघीरा ने जवाब दिया, अरे दिन में सपने देखने वाले, इस तरह के बड़े-बड़े सपने देखना बंद कर दो।

नहीं, तब तो मैं और मेरा झुण्ड पूरे दिन टहनियाँ और सूखे पत्ते बलू के ऊपर फेंका करेंगे। सबने मुझसे वादा किया है मोगली ने हँसते हुए कहा।

तभी बलू ने एक ही झटके में मोगली को बघीरा की पीठ से उतार लिया। बलू के बड़े-बड़े पंजों में से मोगली को ये साफ-साफ दिख रहा था कि बलू बहुत गुस्से में था।

बलू ने कहा, लगता है तुम बंदर लोगों से बातें कर रहे थे।

मोगली ने बघीरा की ओर यह देखने की कोशिश की कि कहीं वह भी तो गुस्सा नहीं है। बघीरा की आँखें पाषाण के समान स्थिर लग रहीं थीं।

बघीरा ने कहा, तो तुम बंदरों के साथ थे। तुम्हें पता है कि बंदर किसी भी कानून को नहीं मानते? वे कुछ भी खा लेते हैं। कितने शर्म की बात है।

मोगली ने थोड़ा सुबकते हुए कहा, जब बलू ने मेरे सिर पर मारा था तो बहुत दर्द हुआ था। उसके बाद मेरे पास बंदर लोग आए और मुझसे सहानुभूति दिखाई। और किसी को भी मेरी परवाह नहीं है।

बलू नथुने फुलाते हुए बोला, अरे बंदरों की सहानुभूति ऐसे ही है जैसे कि पहाड़ी नदी में शांति या फिर गर्मी में सूरज में ठंडक खोजना। उन्हें ठिठोली करने के लिए तुमसे आसान शिकार और नहीं मिलता।

पता है, उन्होंने मुझे फल और बेरियाँ भी खाने को दी। फिर वे मुझे टांग कर पेड़ की चोटी तक ले गए। उन्होंने ये भी कहा कि मेरा और उनका तो खून का रिश्ता है; केवल मेरे पास दुम नहीं है। उन्होंने कहा कि एक दिन मैं उनके दल का सरदार बनूँगा।

बघीरा ने कहा, अरे उनका कोई सरदार नहीं होता है। वे झूठ बोल रहे हैं। वे हमेशा झूठ ही बोलते हैं।

नहीं, वे तो बड़े अच्छे लगे और मुझसे फिर से आने को कहा। मुझे तुम कभी भी उनसे मिलने क्यों नहीं ले गए? वे भी तो मेरी तरह पिछले पैरों पर खड़े हो सकते हैं। उनमे से किसी ने भी मुझे अपने पंजे से नहीं मारा, जैसा कि तुम अक्सर करते हो। वे सारा दिन खेलते रहते हैं। कितना मजा आता होगा। तुम बुरे भालू हो। मुझे उनके पास जाने दो। मैं और खेलना चाहता हूँ।