मोगली की रक्षा
हिंदी अनुवाद
अजय आनंद
इस बीच बलू और बघीरा गुस्से और अफसोस से बड़ा तनाव महसूस कर रहे थे। बघीरा एक पेड़ पर इतनी ऊँचाई तक चढ़ गया जितना पहले कभी नहीं चढ़ा था। लेकिन पतली शाखाएँ उसके वजन से टूट गईं और बघीरा जमीन पर आ गिरा। उसके नाखूनों में पेड़ की खाल के टुकड़े फँसे हुए थे।
उसने बलू से कहा, तुमने बेचारे मोगली को पहले ही सावधान कर दिया होता तो अच्छा होता।
भालू अपनी सुस्त गति से ही दौड़कर बंदरों को मात देने की कोशिश कर रहा था। बघीरा आगे बोला, जब तुमने उसे पूरी बात ही नहीं बताई तो फिर उसे थप्पड़ मार-मार कर बेहाल करने की क्या जरूरत थी।
बलू हाँफते हुए बोला, जल्दी करो, शायद वे ज्यादा दूर नहीं गये होंगे।
तुम्हारी सुस्त रफ्तार से तुम एक घायल गधे को भी नहीं पकड़ पाओगे। अरे मेरे जंगल के कानून के प्रोफेसर और उस छोटे बच्चे पर थप्पड़ चलाने वाले, इस तरह अगर तुम एक मील तक लुढ़कते हुए चले गये तो तुम्हारा तो पेट फट जाएगा। जरा बैठ कर सोचो और कोई योजना बनाओ। अभी पीछा करने के लिए उचित समय नहीं है। हो सकता है हम उनके अधिक नजदीक गये तो वे मोगली को नीचे न गिरा दें।
अरे बाप रे! कहीं उन्होंने मोगली को गिरा न दिया हो। उसके वजन को ढ़ोते ढ़ोते वे ये भी कर सकते हैं। इन बंदरों का कोई भरोसा नहीं। मेरे सिर पर मरा हुआ कौवा डाल दो। मुझे संड़ी हुई हड्डियाँ खिला दो। मुझे जंगली मधुमक्खियों के छत्ते में झोंक दो ताकि उनके दंश से मेरे प्राण निकल जाएँ। मुझे किसी गीदड़ के साथ दफन कर दो। मैं हूँ ही इसी लायक। अरे मेरे मोगली, मैंने तुम्हे पहले ही चेतावनी दी होती तो ये दिन न देखने पड़ते। कहीं वह आज का पाठ न भूल गया हो और गूढ़ मंत्र के बिना इस जंगल में उसकी जान पर खतरा हो।
ऐसा कहते कहते बलू ने अपने दोनों कान बंद कर लिए और विलाप करते हुए जमीन पर लोटने लगा।
बघीरा बड़ी अधीरता से बोला, कम से कम आज तो उसने मेरे सामने सारे शब्द ठीक से दोहराए थे। बलू ना तो तुम्हारे पास दिमाग है ना ही दिल। यदि मैं इक्की साही की तरह डर के मारे गेंद बनकर लोटने लगूँ तो सारा जंगल मुझपर हँसेगा ही तो।
अरे अब जंगल क्या सोचेगा इस पर विचार करने से क्या फायदा। अब तक तो बेचारे मोगली की जान ही चली गई होगी।