8 हिंदी दूर्वा


भारत की खोज

जवाहरलाल नेहरू

Part 2

प्रश्न 5: सिंधु घाटी सभ्यता के अंत के बारे में अनेक विद्वानों के कई मत हैं। आपके अनुसार इस सभ्यता का अंत कैसे हुआ होगा, तर्क सहित लिखिए।

उत्तर: जहाँ पर सिंधु घाटी सभ्यता थी वहाँ के अधिकाँश भूभाग में आज रेगिस्तान है। हड़प्पा के अनाज भंडारों के अवशेषों से यह कहा जा सकता है कि उस काल में वहाँ पर खेती बारी के लायक उपजाऊ जमीन हुआ करती थी। इसलिए जलवायु परिवर्तन ही सिंधु घाटी सभ्यता के अंत का कारण रहा होगा। समय बीतने के साथ रेगिस्तान का प्रसार होने लगा होगा और लोग उस स्थान को छोड़कर उपजाऊ जमीन वाले स्थानों की ओर पलायन कर गये होंगे।

प्रश्न 6: उपनिषदों में बार-बार कहा गया है कि – “शरीर स्वस्थ हो, मन स्वच्छ हो और तन-मन दोनों अनुशासन में रहें।“ आप अपने दैनिक क्रिया कलापों में इसे कितना लागू कर पाते हैं? लिखिए।

उत्तर: मैं सुबह तड़के उठ जाता हूँ क्योंकि स्कूल बस सुबह छ: बजे आ जाती है। स्कूल जाने से पहले मैं नहा धोकर तैयार हो जाता हूँ। इससे पूरे दिन तन और मन में ताजगी बनी रहती है। मेरी माँ मेरे लिए संतुलित आहार ही बनाती है ताकि मैं स्वस्थ रहूँ। रोज शाम में मैं आउटडोर गेम खेलने जाता हूँ ताकि शरीर की वर्जिस हो जाये।

प्रश्न 7: नेहरू जी ने कहा कि – “इतिहास की उपेक्षा के परिणाम अच्छे नहीं हुए।“ आपके अनुसार इतिहास लेखन में क्या-क्या शामिल किया जाना चाहिए? एक सूची बनाइए और उस पर कक्षा में अपने साथियों और अध्यापकों से चर्चा कीजिए।

उत्तर: इतिहास में हम अक्सर शासकों और उनकी विजय या पराजय के बारे में पढ़ते हैं। यह बात सच है कि शासकों ने हमारी सभ्यता पर हमेशा से ही गहरा प्रभाव डाला है। लेकिन इसके साथ ही इतिहासकारों को कृषि व्यवस्था, कला, वाणिज्य, आदि पर भी प्रकाश डालना चाहिए। कुछ उदाहरणों सहित सामान्य जन-जीवन के बारे में भी इतिहास में लिखा जाना चाहिए।

प्रश्न 8: “हमें आरंभ में ही एक ऐसी सभ्यता और संस्कृति की शुरुआत दिखाई पड़ती है जो तमाम परिवर्तनों के बावजूद आज भी बनी हुई है।“ आज की भारतीय संस्कृति की ऐसी कौन-कौन सी बातें/चीजें हैं जो हजारों साल पहले से चली आ रही हैं? आपस में चर्चा करके पता लगाइए।

उत्तर: भारत को प्रकृति ने उपजाऊ जमीन और प्राकृतिक संपदा का वरदान दिया है। यहाँ पर मानव सभ्यता के फलने फूलने के लिए प्रचुर संसाधन और अवसर हैं। इसलिए भारत में हमेशा से बाहरी लोग आते रहे हैं। भारत की प्राचीन सभ्यता में जो सबसे बड़ी खासियत थी वह थी उसका लचीलापन और दूसरी संस्कृतियों को अपने में आत्मसात करने का गुण। इसलिए जो भी भारत की भूमि पर आया वह समय बीतने के साथ साथ यहीं का होकर रह गया। आर्य से लेकर मुगल तक; सबने भारत को अपना घर बना लिया। यहाँ पर आज दुनिया के सभी मुख्य धर्मों के अनुयायी रहते हैं, लेकिन मूल रूप से वे हैं पक्के हिंदुस्तानी। भारत की इसी खूबी ने हमारी सभ्यता को एक निरंतरता प्रदान की है।

प्रश्न 9: आपने पिछले साल (सातवीं कक्षा में) बाल महाभारत कथा पढ़ी। भारत की खोज में भी महाभारत के सार को सूत्रबद्ध करने का प्रयास किया गया है – “दूसरों के साथ ऐसा आचरण नहीं करो जो तुम्हें खुद अपने लिए स्वीकार्य न हो।“ आप अपने साथियों से कैसे व्यवहार की अपेक्षा करते हैं और स्वयं उनके प्रति कैसा व्यवहार करते हैं? चर्चा कीजिए।

उत्तर: मैं चाहता हूँ कि मेरे मित्र मुझे उतना सम्मान दें जितना किसी भी मित्र को देना चाहिए।